राँची:-ब्रांच (चतरा राइफल क्लब)
नित्ज़ सिंह मुस्कान: राइफल शूटिंग में उभरता सितारा खेलों की दुनिया में, जहाँ मेहनत और प्रतिभा का मेल होता है, कुछ लोग अपनी लगन और कड़ी मेहनत से नए मुकाम हासिल करते हैं। बिहार के गया जिले से ताल्लुक रखने वाली नित्ज़ सिंह मुस्कान भी ऐसी ही एक होनहार खिलाड़ी हैं। उनका सफर, जो एक शुरुआती स्तर से शुरू हुआ था, आज उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली प्रतियोगी के रूप में पहचान दिला रहा है। उनकी कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दिखाती है कि वह जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली हैं।
शुरुआत: जुनून और लगन का मेल
नित्ज़ सिंह मुस्कान का राइफल शूटिंग का सफर रांची स्थित चतरा राइफल शूटिंग क्लब से शुरू हुआ। यह क्लब झारखंड और बिहार के उभरते खिलाड़ियों को निखारने के लिए जाना जाता है और इसके निर्देशक नितीश कुमार के नेतृत्व में कई होनहार खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। क्लब का उद्देश्य युवा खिलाड़ियों को ओलंपिक स्तर तक पहुंचाने का है, और नित्ज़ ने इस मिशन का हिस्सा बनकर अपने सफर की शुरुआत की।
मुस्कान ने क्लब में एक शुरुआती खिलाड़ी के रूप में दाखिला लिया था। उनके अंदर खेल के प्रति जुनून और सीखने की ललक ने उनके कोच नितीश कुमार का ध्यान आकर्षित किया। नितीश कुमार ने मुस्कान को खेल की बुनियादी तकनीक, अनुशासन और ध्यान केंद्रित करने के महत्व को समझाया, जो कि एक सफल शूटर बनने के लिए बेहद जरूरी है।
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन
मुस्कान ने अपने शुरुआती दौर में ही अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिचय दिया। कोच नितीश कुमार की देखरेख में उन्होंने बहुत तेजी से अपनी तकनीक को निखारा और जल्द ही राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया और कई अनुभवी खिलाड़ियों के साथ मुकाबला करते हुए अपने हुनर का लोहा मनवाया।
राज्य चैंपियनशिप में उनके शानदार प्रदर्शन ने न केवल उन्हें एक नई पहचान दिलाई, बल्कि उनके कोच को भी यह यकीन दिलाया कि वह बड़े लक्ष्य हासिल करने की क्षमता रखती हैं। इसके बाद नितीश कुमार और मुस्कान ने मिलकर और भी ऊंचे लक्ष्य निर्धारित किए, जिनका उद्देश्य था राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करना।
खूंटी ओपन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल की जीत
मुस्कान के सफर का अगला महत्वपूर्ण पड़ाव खूंटी में आयोजित ओपन चैंपियनशिप थी। इस प्रतियोगिता में कई राज्यों के प्रतिभाशाली शूटरों ने हिस्सा लिया, और मुस्कान ने इस चुनौती को अपने प्रदर्शन से जीतने का निर्णय लिया। उन्होंने अपनी कठिन मेहनत और कोच नितीश कुमार के निरंतर मार्गदर्शन से खुद को प्रतियोगिता के लिए तैयार किया था।
इस प्रतियोगिता में मुस्कान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए। यह जीत न केवल उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि थी, बल्कि इस बात का भी सबूत थी